tag:blogger.com,1999:blog-3519858536521020369.post4049390216384392637..comments2023-05-12T18:30:51.688+05:30Comments on MITHILANCHAL TODAY: सहयोग लेल खाता - दहेज मुक्त मिथिला" के संस्थागत खाता के पूर्ण डिटेलAnonymoushttp://www.blogger.com/profile/15158218755850054503noreply@blogger.comBlogger1125tag:blogger.com,1999:blog-3519858536521020369.post-46625509742159416452013-04-13T10:35:57.842+05:302013-04-13T10:35:57.842+05:30दहेज़प्रथा
हमरा दृष्टिकोण में दहेज़प्रथा एकटा समाज क...दहेज़प्रथा<br />हमरा दृष्टिकोण में दहेज़प्रथा एकटा समाज के संतुलित (संतुलित के भाव जे जाही स्तर के छथि से ओहि स्तर के लोक स संपर्क करथि) करक बसते उपजल , से जहिया उपजल वा उठल हैत कारन जे दहेज़क शुरुआत त समाजक पैघ आ प्रठिस्थित लोक स शुरुआत भेल होयत. कारन जखन पैघ लोक (जे धन आ समाजक ख्याति में श्रेष्ठ ) छल हेताह हुनके देंन होयत. कारन शुरुआत में जखन करीब बेटीक बाप अपना स उच्च कूल में बेटीक विवाहक प्रस्ताव राखय लागल हेताह त ओहि स बचबाक लेल ई प्रथा के जन्म भेल होयत कारन स्वभावतः अखनो हर बेटीक बाप के ई इच्छा रहैत छनी जे हमर बेटी सुखी आ अपना स बेसी सुदृढ़ परिवार में विवाह होई, ई कोनो गलतो बात नहीं. <br /><br />हम दहेज़प्रथा स नहीं दहेज़ लोभी स घृणा करैत छी, जे वरक वाप या सम्बन्धी जखन कोनो कन्यागत के अपना स्तर के बुझी हुनका ई बात कहैत छथिन जे आहां ओहिठाम वरदान करवा में कोनो आपत्ति नहीं तखन मात्र दहेज़ के कारन जे सम्बन्ध नहीं होइत अछि ओइ वरक गार्जियन के धिक्कार छनि. हम एहन तरहक जे कियो व्यक्ति छथि हुनका सब स घृणा करक लेल पूरा समाज के आग्रह करैत छी. ओइ व्यक्ति के वहिष्कार कयल जाई त दहेज़ प्रथा अपने आप कम वा ख़तम होवक सम्भावना बढ़त.<br /> संजय झा - नागदह, मधुबनी बिहार Sanjay Jha "nagdah"https://www.blogger.com/profile/01063608276570549872noreply@blogger.com