दरभंगा, 25 नवम्बर (मिआसं)। तृदिवसीय मिथिला विभूति पर्वक शुभारम्भ सोमकेँ एमएलएसएम कालेजक परिसरमे भेल। एहि अवसरपर स्वास्थय मंत्री अश्वनी कुमार चौबे दीप जरा कार्यकर्मक शुभारम्भ केलनि। एकरा बाद ओ बाबा विद्यापति, आर्चाय सुरेन्द्र झा सुमन आ बाबा नागार्जुनक प्रतिमापर माल्यापर्ण के लनि। कार्यकर्मक शुरूआत बाबा विद्यापतिक गोसाउनिक रचना ‘जय-जय भैरवीसँ’ डा. ममता ठाकुर केलनि। पाहुन सभक स्वागतमे सुषमा झा ‘मंगल मय दिन आजु हे पाहुन छथि आएल’ गीत गौलनि। स्वागत भाषण करैत एलएनएमयू केर कुलपति समरेन्द्र प्रताप सिंह कहलनि जे बाबा विद्यापति अवहट्ट भाषामे रचना कऽ मैथिली भाषाकेँ देश-विदेश भरिमे प्रस्द्धि देयौलनि। हुनकर गीतमे कतौ राधा-कृष्णक श्रृंगार देखबा लेल भेटैत अछि तँ कतौ प्रेमी-प्रेमीकाक विरह। संस्थानक महासचिव एहि अवसरपर राज्य सरकारसँ माङ केलनि जे राज्यक एक मात्र भाषा मैथिलीमे विद्यालयसँ लऽ उच्च स्तरीय धरि शीक्षा भेटक चाही।
बिहारी हेबा सँ पहिने मैथिल छी: विनोद ना. झा
मिथिला विभूति पर्वक अवसरपर बेनीपट्टी विधायक विनोद नारायण चौधरी कहलनि जे मिथिला वासी बिहारी हेबासँ पहिने मैथिल छथि। ओ कहलनि जे मिथला आइ धरि विकास नञि केलक एहिमे दुनू पक्षक दोष अछि। राज्य सरकार कतेक करत। जा धरि मिथिला वासी नञि जगता ता धरि उचित सम्मान नञि भेटत। ओ कहलनि मिथिला वासी बेसीक चाह नञि करै छथि। जहिना बंङालमे बङालीकेँ, असममे असमियाकेँ , पञ्जाबमे पञ्जाबीकेँ , महराष्ट्रमे मराठीकेँ आ अन्य राज्यक भाषाकेँ अपना राज्यमे भेटैत अछि तहिना मैथिलीकेँ मिथिलामे सेहो भेटक चाही।
आठ गोटेकेँ कएल गेल सम्मानित
एहि अवसरपर विद्यापती सेवा संस्थान द्वारा आठ गोट विभूतीकेँ मिथिला रत्नसँ सम्मानित कएल गेल। एहि मे स्व. दरबारी दास, डा. शिवकान्त पाठक, डा. वीणा ठाकुर, रमाकान्त राय रमा, डा. किशोर नाथ झा, डा. चन्द्रमोहन झा, डा. मोहन मिश्र, श्रीमती शौम्य साह छथि। उल्लेखनीय अछि जे संस्थान प्रत्येक बरख मिथला रत्नसँ विद्वान सभकेँ सम्मानित करैत अछि।
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें