प्रेम रस
अछि प्यास्ल मोन त पिबैत चैल जाऊ ...... ..2
गुण प्रीतम के बाटे गबैत चैल जाऊ !! 2
मोनक बेगरता अछि, प्यासल अछि कंठ
घुट- घुट नै जिबू ऐना बनू नै चंठ ...... ..2
अछि ललसा जे मोनक कहैत चैल जाऊ !! 2
गुण प्रीतम के बाटे गबैत चैल जाऊ !! 3
मन्ल्हूँ जे पिने हायब बहुतो जंहा के
प्यासल अछि मोन जे तैयो आन्हा के ...... .2
अछि प्रेमक ई धारा बहैत चैल जाऊ !! 2
गुण प्रीतम के बाटे गबैत चैल जाऊ !! 3
ससरल ने कंठ स एहन कुन पिबैत छि
पिबते उतैर गेल, तेहन की पिबैत छि ...... ..2
लिय चस्का ई प्रेम के डूबैत चैल जाऊ !! 2
गुण प्रीतम के बाटे गबैत चैल जाऊ !!
अछि प्यास्ल मोन त पिबैत चैल जाऊ ...... ..2
गुण प्रीतम के बाटे गबैत चैल जाऊ !! 5
(नविन ठाकुर)
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