छपऽ लागल मिथिला आवाज
अपार प्रसन्नताक संग सुचित कएल जा रहल अछि जे मैथिलीक पहिल रंगीन अखबार मिथिला आवाज जे दरभंगासँ प्रकाशित होइत अछि ओकर पहिल अंक छपि चुकल अछि। अजुका दिन मिथिलाक इतिहासमे एक गोट स्मरणीय दिन अछि। कारण कतेको बरखसँ बौक भेल मिथिलाकेँ आब अपन आवाज भेटत।
कोनो अपन प्रसन्नताक व्यक्त करी अपने लोकनिक समक्ष। पहिल अंक देख मन अह्लादित भऽ रहल अछि। जे खुशी आइ मनमे हिलोर मारि रहल अछि काल्हि अपने लोकनिकेँ सेहो अवश्य भेटत।
aab juru apan maati sa mithila awwaz ke saath
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