मिथिलांचल टुडे मैथिलि पत्रिका

मिथिलांचल टुडे मैथिलि पत्रिका पहिल अंक लअके बहुत जल्दिय आबी रहल अछि,अपनेक सबहक समक्ष , किछू हमहूँ कहब आ किछु अहूँ के सुनब,देखू -- http://www.mithilanchaltoday.in/ , E- mail - mithilanchaltoday@gmail.com

सोमवार, 30 अप्रैल 2012

गजल@प्रभात राय भट्ट



गजल

साबन में बरसै छै बदरिया गाम आबू ने पिया सबरिया
अंग अंग में उठल दरदिया गाम आबू ने पिया सिनेहिया

प्रेम मिलन के आएल महिना बड मोन भावन छै सावन
कुहू कुहू कुह्कैय कोईलिया गाम आबू ने पिया सिनेहिया

नील गगन सीतल पवन लेलक चढ़ल जोवन उफान
इआद अबैय प्रेम पिरितिया गाम आबू ने पिया सिनेहिया

मोन उपवन साजन प्रेम रासक रस सं भरल जोवन
मोन पडैय अहाँक सुरतिया गाम आबू ने पिया सिनेहिया

मोन बौआइए किछु ने फुराइए जागी जागी वितैय रतिया
पिया कटैय छि हम अहुरिया गाम आबू ने पिया सिनेहिया
.................वर्ण:-२३.....................

रचनाकार:-प्रभात राय भट्ट

शनिवार, 28 अप्रैल 2012

गजल@प्रभात राय भट्ट



गजल

सावन भादव कमला कोशी जवान भSगेलै
कमला कोशी मारैय हिलोर तूफान भSगेलै
कोशी केर कमला सेहो पैंच दैछई पईन
कोशीक बहाब सं मिथिला में डूबान भSगेलै
कोशी के जुवानी उठलै प्रलयंकारी उन्माद
दहिगेलै वलिनाली बर्बाद किसान भSगेलै
गिरलै महल अटारी आओर कोठी भखारी
खेत बारी घर घर घरारी सभ धसान भSगेलै
निरीह अछि मिथिलावासी के सुनत पुकार
खेतक अन्न घरक धन अवसान भSगेलै

कोशिक कहर नहि जानी की गाम की शहर
घुईट घुईट जहर सभ हैरान भSगेलै

खेत में झुलैत हरियर धान बारीमे पान
दाहर में डुबिक नगरी समसान भSगेलै

भूखल देह सुखल "प्रभात" मचान भSगेलै
कोशिक प्रकोप सं मिथिला परेशान भSगेलै
...........वर्ण-१७..............
रचनाकार:-प्रभात राय भट्ट

शुक्रवार, 27 अप्रैल 2012

गजल


तकियो कनी कानैए उघारल लोक
गाडब कते, दुख मे बड्ड गाडल लोक

धरले रहत सब हथियार शस्त्रागार
बनलै मिसाइल भूखे झमारल लोक

छै भरल चिनगीये टा करेजा जरल
अहुँ केँ उखाडत सबठाँ, उखाडल लोक

लोकक बले राजभवन, इ गेलौं बिसरि
खाली करू आबैए खिहारल लोक

माँगी अहाँ "ओम"क वोट मुस्की मारि
पटिया सकत नै एतय बिसारल लोक
बहरे-सलीम
दीर्घ-दीर्घ-ह्रस्व-दीर्घ, दीर्घ-दीर्घ-दीर्घ-ह्रस्व, दीर्घ-दीर्घ-दीर्घ-ह्रस्व
मुस्तफइलुन-मफऊलातु-मफऊलातु (पाँति मे एक बेर)

मंगलवार, 24 अप्रैल 2012

गजल@प्रभात राय भट्ट



गजल

सुन्दर शांत मिथिला में मचल बबाल छै
जातपात भेदभावक उठल सबाल छै

नहि जानी किएक कियो करैय भेदभाव
सदभाव सृजना केर उठल सबाल छै

मनुख केर मनुख बुझैय छुतहा घैल
उंच नीच छुवाछुतक उठल सबाल छै

डोम घर में राम जी केनेछ्ल जलपान
ओहू पर कहियो कोनो उठल सबाल छै

सबरी क जूठ बैर सेहो खेलैथ राम जी
ओहू पर कहाँ कहियो उठल सबाल छै
............वर्ण-१६..........
रचनाकार:-प्रभात राय भट्ट

शनिवार, 21 अप्रैल 2012

सहयोग लेल खाता - दहेज मुक्त मिथिला" के संस्थागत खाता के पूर्ण डिटेल


दहेज मुक्त मिथिला - एक संस्था के रूप लेलक अछि। सभ के जानकारी देबय लेल चाहब जे एहि बेर सौराठ सभा में जानकी नवमी 

मनेबाक विचार अछि  ताहि के संग-संग अगिला सौराठ सभामें कोन तरहें सहभागी बनब ताहि विन्दुपर  विभिन्न विषय पर विचार करबाक योजना अछि। एहि में के सभ आबि सकैत छी वा के सभ अपन सहयोग पठा सकैत छी से जानकारी देल जाउ।
सहयोग लेल खाता - दहेज मुक्त मिथिलाके संस्थागत खाता के पूर्ण डिटेल

खाताधारक केर नाम :- सौराठ सभा विकास समिति एवं दहेज मुक्त मिथिला

खाता नं.:- 31742944456
खाताधारक केर बैंकक नाम :- भारतीय स्टेट बैँक
खाताधारक केर बैंकक पता :- रहिकामधुबनीबिहार
आई एफएस .सी . कोड:-SBIN0005897

(used for RTGS and NEFT transactions)
(
नोटकोष जमा केला के बाद डाशेखर चन्द्र मिश्र जिनक फोन नंबर निचां देने छीहुनका जानकारी अवश्य दी। आई एफएस .सीकोड अई लेल की जे सहयोगकर्ता ऑनलाइन सहयोग राशी जमा करचाही  जमा सकैत छी।)
कार्यक्रम के योजना:
विचार गोष्ठी २८ अप्रील २०१२ - दिनके  बजे सँ सभागाछी में।
जानकी नवमी ३० अप्रील २०१२ - भिनसर  बजे सँ सभागाछी में।
विधान परिषद्‌ सभापति तारा बाबु संग शिवनगरमें भेंटघाँट लेल प्रतिनिधि मंडल  बजे उपरान्त।
धन्यवाद!
प्रवीण नाचौधरी
दहेज मुक्त मिथिला
९१३५४६२२५१
००९७७-९८५२०२२९८१.
स्थानीय सम्पर्क:
डाशेखर चन्द्र मिश्र - ९२७९३४३०९०
पंशंभुनाथ झा - ८८०९८००६२३
दिल्लीमदन ठाकुर - ९३१२४६०१५०